रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और पीएम मोदी के बीच दिल्ली में द्विपक्षीय वार्ता संपन्न हो गई है। हैदराबाद हाउस में दोनों ही राजनेता मिले, इसी के बाद 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन का आगाज हुआ। इस समिट में दोनों देशों के बीच कई अहम समझौतों पर मुहर लगने के आसार हैं। इसमें डिफेंस, ट्रेड से लेकर शिक्षा और स्वास्थ्य में सहयोग पर बात हुई। इसमें व्यापार, आर्थिक साझेदारी, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और अकादमिक सहयोग को कवर करने वाले कई समझौतों पर मुहर लगी। इस दौरान यूक्रेन युद्ध का मुद्दा भी उठा।
यूक्रेन से जंग के बीच पुतिन का पहला भारत दौरा
रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष शुरू होने के बाद पुतिन का ये पहला भारत दौरा है। शुक्रवार सुबह पुतिन सबसे पहले राष्ट्रपति भवन पहुंचे, जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस बीच राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने रूस के राष्ट्रपति का औपचारिक स्वागत किया। इसके बाद पुतिन महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए राजघाट पहुंचे। दिन में करीब 12 बजे पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन हैदराबाद हाउस में वार्षिक द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन के लिए पहुंचे।
S-400 समेत डिफेंस से जुड़ी बड़ी डील्स पर चर्चा
इस समिट में S-400 मिसाइलों की अतिरिक्त बिक्री का मुद्दे पर चर्चा के भी आसार हैं। ये लंबी दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलें हैं, जो मई में भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिवसीय टकराव के दौरान बहुत महत्वपूर्ण साबित हुई थीं। इन मिसाइलों की खरीद को और आगे बढ़ाने पर चर्चा की संभावना है। इसके अलावा, मॉस्को नई दिल्ली के बीच पांचवीं पीढ़ी के Su-57 स्टील्थ फाइटर जेट की खरीद का प्रस्ताव भी रख सकता है।